ABCD वाला बचपन – जब ज़िंदगी आसान थी । वो दिन जब 'A for Apple' ही काफी था...
ABCD वाला बचपन – जब ज़िंदगी आसान थी । वो दिन जब 'A for Apple' ही काफी था...
बचपन के वो सुनहरे दिन कौन भूल सकता है, जब "A for Apple, B for Ball" कहने में एक अलग ही गर्व महसूस होता था। स्कूल की नई कॉपी में पहला 'A' लिखना जैसे कोई ताज पहनने जैसा लगता था। माँ के हाथों का टिफिन, बस्ते में छिपा खिलौना, और दोस्तों के साथ मिलकर ABCD गाना — यही तो था हमारा असली खजाना।
किताबों का...