बचपन आपके लिए, लेकिन अब माँ को क्या?
बचपन आपके लिए, लेकिन अब माँ को क्या?
"हम सबका बचपन माँ के इर्द-गिर्द घूमता था। लेकिन अब माँ के पास हमारा वक़्त ही नहीं है... सोचिए, अब माँ को क्या चाहिए?"
"जब हम बच्चे थे, माँ हमारे लिए सब कुछ थीं। अब हम बड़े हो गए हैं, लेकिन माँ के लिए क्या हैं?"
समय के साथ बहुत कुछ बदल जाता है। एक समय था जब हम माँ के आँचल में दुनिया की सारी खुशियाँ पा लेते थे। उनका स्पर्श दवा जैसा लगता था, उनकी मुस्कान...