नाज़ुक-सा दिल, बे-वफ़ा ये जहाँ,
यादों का साया, तनहा समां,
इश्क़ की राह में, मिले गम हज़ार,
फिर भी मोहब्बत, ज़िंदा है यार।"
यादों का साया, तनहा समां,
इश्क़ की राह में, मिले गम हज़ार,
फिर भी मोहब्बत, ज़िंदा है यार।"
नाज़ुक-सा दिल, बे-वफ़ा ये जहाँ,
यादों का साया, तनहा समां,
इश्क़ की राह में, मिले गम हज़ार,
फिर भी मोहब्बत, ज़िंदा है यार।"

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